रुद्राक्ष- १ मुखी रुद्राक्ष (EK Mukhi Rudraksha) एक बहुत ही शक्तिशाली और दुर्लभ श्रेणी का रुद्राक्ष है, वैदिक ज्योतिष और हिन्दू धर्मग्रंथो के अनुसार ऐसा माना जाता है की यह रुद्राक्ष साक्षात भगवान् शिव का स्वरूप है। एक मुखी रुद्राक्ष के अधिष्ठाता गृह सूर्य हैं। ऐसा माना जाता है की एक मुखी रुद्राक्ष (1 Mukhi Rudraksha) को धारण करने वाले के अंदर नेतृत्व की क्षमता का विकास स्वयं ही होने लगता है इसलिए जिन्हे भी नेतृत्व करने वाले पदों पर रहना होता है उनके लिए इसे धारण करना अति महत्वपूर्ण हो जाता है। यह रुद्राक्ष अधिकतर काजू दाने या अर्धचन्द्राकार रूप में प्राप्त होता है।
गोल एक मुखी रुद्राक्ष जिसके अंदर केवल एक बीज हो और एक ही खंड हो ऐसा रुद्राक्ष आज के समय में प्रकृति में उपलब्ध नहीं है, भविष्य में यदि इस प्रकार का रुद्राक्ष हो तो अभी से उसके बारे में कहना कठिन है। आज के समय में उपलब्ध नेपाली एक मुखी रुद्राक्ष या तो अविकसित ४ या ५ मुखी रुद्राक्ष होते है जिमे प्राकृतिक रूप से केवल एक ही मुख विकसित हुआ होता है अन्यथा लम्बोतरा या मसूर के दाने के आकार का १ मुखी उपलब्ध होता है और इसी प्रकार के रुद्राक्ष अभी तक प्राप्त एक मुखी रुद्राक्षों में सर्वश्रेष्ठ माने जाते है।
१ मुखी रुद्राक्ष का दिव्य महत्त्व और आध्यात्मिक लाभ
- एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने वाला जातक निडर हो जाता है और किसी भी प्रकार के दुश्मन उसका बुरा नहीं कर सकते है।
- इसे धारण करने वाला सांसारिकता से विमुख हो कर भगवान के शरण की प्राप्ति करता है।
- इस रुद्राक्ष को धारण करने से आपको मानसिक शांति और स्पष्टता का अनुभव होता है।
- यह रुद्राक्ष धारक की इक्छा पूर्ति में सहायक होता है।
- यह रुद्राक्ष समस्त पापों और पूर्व जनित दोषो को ख़त्म करने में सक्षम होता है।
१ मुखी रुद्राक्ष के लाभ
- कुंडली में सूर्य के नकारात्मक प्रभावों को समाप्त करने में सहायक होता है।
- यह हमारे जीवन से जटिलताओं को दूर करता है।
- यह हमारे गुस्से को नियंत्रित करने में सहायक होता है।
- यह रुद्राक्ष हमारे चक्रों को संतुलित करके हमारे आस पास सकारात्मक वातावरण का निर्माण करता है।
- एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने से धारक को मोक्ष प्राप्ति या उसे पाने में मदद मिलती है।
१ मुखी रुद्राक्ष की चिकित्सीय शक्तियां
- एक मुखी रुद्राक्ष हमारे हृदय को मजबूत करके हृदय सम्बन्धी परेशानियों से हमें बचाता है।
- एक मुखी रुद्राक्ष का एक मनका धारण करने से हमारे शरीर में रीढ़ की हड्डी की समस्याओ से निजात प्राप्त करने में सहायता प्राप्त की जा सकती है।
- एक मुखी रुद्राक्ष में घाव को भरने की प्रक्रिया में तेजी लाने के गुण होते है।
- एक मुखी रुद्राक्ष रतौंधी को ठीक करने में हमारी मदद करता है।
- यह रुद्राक्ष माइग्रेन, अवसाद, चिंता, श्वसन रोग एवं न्यूरेटिक विकारो को ठीक करने में हमारी मदद करता है।
१ मुखी रुद्राक्ष का सहस्रार चक्र से संबंध
१ मुखी रुद्राक्ष का सम्बन्ध सहस्रार चक्र (Sacral/Sahsrar Chakra) से होता है
राशि विशेष
मेष (Aries) राशि वाले जातको के लिए ये रुद्राक्ष विशेष रूप से उत्तम माना जाता है।
१ मुखी रुद्राक्ष से जुड़ा मन्त्र
१ मुखी रुद्राक्ष को धारण करने का मन्त्र है: “ॐ ह्रीं नमः” यह मन्त्र रुद्राक्ष धारण करने से पहले और बाद में जाप करने से उत्तम फल की प्राप्ति होती है।
एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने की विधि
- शुद्धि: रुद्राक्ष को गंगाजल से शुद्ध करें।
- मंत्र जाप: धारण करने से पहले “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करें।
- ध्यान: शांत मन से रुद्राक्ष को धारण करें|
काजू दाना रुद्राक्ष की सच्चाई: असली १ मुखी रुद्राक्ष कैसे चुनें
काजू दाना रुद्राक्ष जो की दरअसल भद्राक्ष होता है उसे ही आजकल असली एक मुखी रुद्राक्ष बता कर बेचने का चलन हो गया है, दरअसल यह रुद्राक्ष होता ही नहीं है। भद्राक्ष दिखने में तो रुद्राक्ष की तरह ही होता है किन्तु उसमे रुद्राक्ष की तरह की कोई भी ऊर्जा नहीं होती है, इसलिए कोई भी रुद्राक्ष हमेशा लैब द्वारा प्रमाणित और ज्ञात व्यक्ति से ही लेना चाहिए, आपको अगर असली १ मुखी रुद्राक्ष ना मिल रहा हो तो आप इन्डोनेशियाई एक मुखी रुद्राक्ष भी धारण कर सकते हैं।
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FAQs
रुद्राक्ष क्या है और इसकी उत्पत्ति कैसे हुई?
रुद्राक्ष एक खास तरह के पेड़ का बीज है, जिसकी उत्पत्ति भगवान शिव के आंसुओं से मानी जाती है। यह बीज विशेष ऊर्जा और आध्यात्मिक महत्व रखता है।
१ मुखी रुद्राक्ष के लाभ क्या हैं?
१ मुखी रुद्राक्ष धारण करने से व्यक्ति को मानसिक शांति, नेतृत्व क्षमता में वृद्धि, और जीवन की जटिलताओं का समाधान मिलता है। यह रुद्राक्ष पापों से मुक्ति और मोक्ष प्राप्ति में भी सहायक होता है।
१ मुखी रुद्राक्ष क्या होता है?
१ मुखी रुद्राक्ष एक दुर्लभ और शक्तिशाली रुद्राक्ष है, जिसे भगवान शिव का स्वरूप माना जाता है। इसका अधिष्ठाता ग्रह सूर्य है और इसे धारण करने से व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं।
सहस्रार चक्र का १ मुखी रुद्राक्ष से क्या संबंध है?
१ मुखी रुद्राक्ष का सहस्रार चक्र से गहरा संबंध होता है, जिसे धारण करने से सहस्रार चक्र का संतुलन होता है और व्यक्ति को उच्च आध्यात्मिक अनुभव प्राप्त होते हैं।
काजू दाना रुद्राक्ष क्या है और क्या इसे धारण करना चाहिए?
काजू दाना रुद्राक्ष वास्तव में भद्राक्ष होता है, जो जहरीला होता है और इसमें रुद्राक्ष जैसी कोई ऊर्जा नहीं होती। इसे धारण करने
से बचना चाहिए और हमेशा प्रमाणित रुद्राक्ष ही धारण करना चाहिए।
१ मुखी रुद्राक्ष का मन्त्र क्या है?
१ मुखी रुद्राक्ष धारण करने का मन्त्र “ॐ ह्रीं नमः” है। इस मन्त्र का जाप करने से रुद्राक्ष की शक्ति जागृत होती है और व्यक्ति को शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
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