Green Aventurine: It’s uses and benefits
Green Aventurine is a green crystal that ranges from translucent to opaque. Green Aventurine has a green shade that varies from pale to deep, dark green. It gets its green shade from Fuchsite inclusions. Mica inclusions give Green Aventurine a sparkly, shimmery appearance with a glassy lustre. Though it also forms in blue, red to […]
रेकी एक परिचय – रेकी चिकित्सा, और इसके फायेदे
रेकी उपचारक के हाथों की दोनों हथेलियों से रेकी ऊर्जा प्रवाहित होती है, जो छूने पर स्वयं उसको या दूसरे व्यक्ति को उपचार में सहायता पहुंचाती है।
जानिए नवरात्रि में माँ के किस रूप को कौन सा भोग पसंद है?
शंकरजी की पत्नी एवं नव दुर्गाओं में प्रथम शैलपुत्री दुर्गा का महत्व और शक्तियां अनंत है. अगर आप बीमारी से परेशान हैं तो इस दिन मां को घी का भोग लगाएं. आपके सारे दुःख ख़त्म होते हैं.
नवरात्र में माँ के स्वरूप के कुछ पूजा एवं नियम
ऐसी मान्यता है कि आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से माता दुर्गा नौ दिनों के लिए पृथ्वी लोक में वास करती हैं, इसलिए शारदीय नवरात्रि का महत्व बढ़ जाता है।
कब से है शारदीय नवरात्रि 2020? जानिए घटस्थापना मुहूर्त
इस बार शारदीय नवरात्रि 17 अक्टोबर से शुरू होकर 24 अक्टूबर तक हैं. 25 अक्टूबर को विजयदशमी या दशहरा (विजयदशमी ओर दशहरा) मनाया जाएगा.
Healing properties of garnet and it’s usage
Garnet is also known as a stone of passion, love, and sensuality. It is associated with devotion, loyalty, and fidelity and is a stone that helps strengthen commitments. Use it to stabilize your relationships.
नाड़ी दोष एवं परिहार!
गुण मिलान करते समय यदि वर और वधू की नाड़ी अलग-अलग हो तो उन्हें नाड़ी मिलान के 8 में से 8 अंक प्राप्त होते हैं, जैसे कि वर की आदि नाड़ी तथा वधू की नाड़ी मध्य अथवा अंत। किन्तु यदि वर और वधू की नाड़ी एक ही हो तो उन्हें नाड़ी मिलान के 8 में […]
रेकी से लाभ | Powerful Benefits of REIKI in 2024
रेकी सिर्फ शारीरिक नहीं, भावनात्मक उपचार भी है। रेकी का एक सबसे बड़ा प्रभाव ये है कि ये आपकी प्यार करने की क्षमता बढ़ाती है, इससे आप लोगों के साथ गहरा जुड़ाव महसूस करते हैं।
पितृपक्ष प्रारंभ विशेष २०२०
आत्मा जब अपने शरीर को त्याग कर सबसे पहले ऊपर उठती है तो वह पितृ लोक में जाती है ,वहाँ हमारे पूर्वज मिलते हैं अगर उस आत्मा के अच्छे पुण्य हैं तो ये हमारे पूर्वज भी उसको प्रणाम कर अपने को धन्य मानते हैं