१६ मुखी रुद्राक्ष (Solah/ 16 Mukhi Rudraksha) को साक्षात भैरव का आशीर्वाद प्राप्त है, जिन्हें भगवान शिव का अवतार माना जाता है। यह शक्तिशाली रुद्राक्ष महामृत्युंजय शिव के संरक्षण में है, जो व्यक्ति के भीतर मृत्यु के भय को दूर करने और जीवन को पूरी तरह से जीने में सहायक होता है। जिन जातकों की कुंडली में ग्रह स्थिति कमजोर है, उन्हें १६ मुखी रुद्राक्ष धारण करने से ग्रहों के प्रभाव को अनुकूल बनाने में मदद मिलती है। यह रुद्राक्ष भगवान महामृत्युंजय शिव का आशीर्वाद प्राप्त कर एक शक्तिशाली और दुर्लभ रुद्राक्ष माना जाता है, जिसका स्वामी चंद्रमा है। यह सौहार्दपूर्ण संबंध बनाए रखने, वातावरण में सकारात्मकता लाने और ऊर्जा को बढ़ाने में भी सहायक होता है।
१६ मुखी रुद्राक्ष के महत्व (16 Mukhi Rudraksha Importance):
- यह रुद्राक्ष मृत्यु के भय को कम करने में सहायक होता है।
- इससे पारिवारिक बंधन मजबूत होते हैं और प्रसिद्धि सुनिश्चित होती है।
- यह रुद्राक्ष धारक को किसी के खोने के डर से मुक्ति दिलाता है।
- यह चुनौतियों का सामना साहस और शांति के साथ करने में मदद करता है।
- यह बुरी एवं नकारात्मक शक्तियों को पास फटकने से रोकता है।
१६ मुखी रुद्राक्ष के लाभ (16 Mukhi Rudraksha Benefits):
- यह रुद्राक्ष अशुभ चन्द्रमा के दोषों को दूर करता है।
- यह रुद्राक्ष पहनने वाले को व्यावहारिक बनाता है और जमीन से जुड़ा हुआ रखता है।
- यह सांसारिक दायित्व को पूरा करने में सहायता करता है।
- यह पहनने वाले को दुर्घटनाओं, दुर्भाग्य और कर्ज से बचाता है।
- यह जीवन के सभी क्षेत्रों में व्यक्ति की क्षमता को बढ़ाता है।
१६ मुखी रुद्राक्ष के चिकित्सकीय लाभ (16 Mukhi Rudraksha Medical Benefits):
- १६ मुखी रुद्राक्ष दीर्घकालिक एवं तीव्र बीमारियों से बाहर निकलने में मदद करता है।
- यह गुर्दे से संबंधित बीमारियों को ठीक करने में मदद करता है।
- यह भावनात्मक अस्थिरता का इलाज करने में मदद करता है।
१६ मुखी रुद्राक्ष: चक्र से सम्बन्ध (Chakra associated with 16 Mukhi Rudraksha)
१६ मुखी रुद्राक्ष हमारे मूलाधार चक्र (Root Chakra) को सक्रिय करता है। इस चक्र के सक्रिय होने से व्यक्ति को समस्त भौतिक सुखों की प्राप्ति होने लगती है। यह चक्र आधार और स्थिरता का प्रतीक है, और इसके संतुलन से जीवन में सुरक्षा, आत्मविश्वास और संपन्नता का अनुभव होता है।
१६ मुखी रुद्राक्ष मन्त्र: 16 Mukhi Rudraksha Mantra To Chant
सोलह मुखी रुद्राक्ष का मंत्र “ॐ हौं जूं सः” वास्तव में शक्तिशाली है। इसे धारण करने से पहले और बाद में जाप करने से इसकी ऊर्जा को प्रबल किया जा सकता है। यह रुद्राक्ष भगवान भैरव का प्रतिनिधित्व करता है और इसे सुरक्षा, शक्ति और सकारात्मकता के लिए जाना जाता है।
१६ मुखी रुद्राक्ष के विशेष: 16 Mukhi Rudraksha Powerful uses
सोलह मुखी रुद्राक्ष को विशेष रूप से शक्तिशाली माना जाता है और यह जीवन के सोलह संस्कारों का प्रतीक है। इसके धारण करने से साधक के जीवन में सकारात्मक बदलाव आ सकता है। यह रुद्राक्ष साधना में सफलता, स्वास्थ्य लाभ और सिद्धियों की प्राप्ति में मददगार साबित होता है। धारक को नवग्रहों के नकारात्मक प्रभावों से भी सुरक्षा मिलती है। इसके अलावा, मक्खन के साथ घिसकर सेवन करने से विभिन्न प्रकार के रोग शीघ्र ही समाप्त हो सकते हैं।
Author – Amit Pradhan
अगर आपको यह लेख पसंद आया हो या आप हमारे साथ कुछ जानकारी साझा करना चाहते हैं, तो कृपया नीचे दिए गए टिप्पणी अनुभाग में लिखें।
नीचे अपने विचार साझा करें। हमें आपसे सुनकर खुशी होगी।
हमारे सोशल चैनल्स पर हमें सब्सक्राइब करना न भूलें ताकि आप हमारे किसी भी अपडेट को मिस न करें।
ज्योतिष, अंकज्योतिष, और रेकी सेवाओं के लिए – हमसे संपर्क करें: +91 9324801420 या अपनी क्वेरी हमें भेजें: [email protected]
Find the information relevant? Visit our website to know more about such facts.
For an enquiry, write to us at [email protected]
👉 If you liked this article or, then do write us in the comment section below.
For Astrology, Numerology, and Reiki Services contact us today!
We also deal in original quality and Certified Rudraksha, Crystals and Gems.
👉 Shop Now Original Rudraksha & Crystals
For more daily updates do like and Follow Us and keep visiting www.jaymahakaal.com