आठ मुखी रुद्राक्ष (8 Mukhi Rudraksha- Benefits, Powerful uses, Importance) – लाभ, शक्तिया और महत्व

आठ मुखी रुद्राक्ष (8 Mukhi Rudraksha) आठ दिशाओं और आठ सिद्धियों का प्रतीक है। इसे भगवान गणेश और भैरव बाबा का प्रतिनिधित्व करने वाला माना जाता है। ऐसा मान्यता है कि इस रुद्राक्ष में माँ गंगा का वास होता है, इसलिए इसे धारण करने से गंगा में स्नान करने का पुण्य प्राप्त होता है।

इस रुद्राक्ष का स्वामी ग्रह राहु है, और यह धारक के राहु दोषों को दूर करने में सहायक होता है। इसे विशेष रूप से सोमवार, अमावस्या या पूर्णिमा के दिन पहनना शुभ माना जाता है।

भैरव बाबा की कृपा प्राप्त करने के लिए इसे विधि-विधान के साथ पहनना आवश्यक है। शास्त्रों के अनुसार, इस रुद्राक्ष को धारण करने में किसी प्रकार की संकोच की आवश्यकता नहीं होती, क्योंकि यह रुद्राक्ष बिना किसी पूर्व जानकारी के भी धारण किया जा सकता है।

आठ मुखी रुद्राक्ष से धारक को मानसिक शक्ति, आत्म-विश्वास, और सभी प्रकार की कठिनाइयों का सामना करने की क्षमता मिलती है। यह रुद्राक्ष साधक को साधनाओ में सफलता प्राप्त करने और जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने में भी मदद करता है।

आठ मुखी रुद्राक्ष के महत्व (8 Mukhi Rudraksha Importance):

  • शनि और राहु ग्रह के बुरे प्रभाव को कम करता है।
  • ऐसा माना जाता है की इस रुद्राक्ष के धारक को स्वर्ग और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
  • आठ मुखी रुद्राक्ष धारक को गंध और दीक्षा की शक्ति देता है।
  • यह रुद्राक्ष धारक को भगवान गणेश के नजदीक ले जाता है तथा उच्च बुद्धि और ज्ञान का आशीर्वाद देता है।

आठ मुखी रुद्राक्ष के लाभ (8 Mukhi Rudraksha Benefits):

  • आठ मुखी रुद्राक्ष धारक को इच्छा शक्ति, स्थिरता और सफलता प्रदान करता है।
  • गैर स्त्रियों से सम्बन्ध रखने के पाप से मुक्ति दिलाता है।
  • यह रुद्राक्ष बौद्धिक कार्यों में शामिल लोगों के लिए अत्यंत उपयोगी माना जाता है।
  • सर्प दोष से पीड़ित जातकों के लिए ये रुद्राक्ष बहुत ही कारगर सिद्ध होता है।
  • यह रुद्राक्ष व्यापारी वर्ग और नौकरी करने वाले लोगों के लिए भी अत्यंत उपयोगी माना जाता है।

चिकित्सकीय लाभ (8 Mukhi Rudraksha- Medical Benefits):

  • यह रुद्राक्ष मानसिक सुस्ती को दूर कर के धारक को अधिक सक्रिय करता है।
  • आठ मुखी रुद्राक्ष पैरो और हड्डियों की परेशानियों को दूर करता है।
  • मोटापा दूर करता है।
  • आठ मुखी रुद्राक्ष त्वचा एवं फेफड़ों की बीमारियों को दूर करता है।
  • आठ मुखी रुद्राक्ष धारक को तनाव और चिंताओं से मुक्त करता है।

आठ मुखी रुद्राक्ष: चक्र से सम्बन्ध (Chakra associated with 8 Mukhi Rudraksha)

आठ मुखी रुद्राक्ष मणिपुर चक्र (Solar Plexus Chakra) से जुड़ा है, जो नाभि के ऊपर और पसली के पिंजरे के नीचे स्थित होता है। यह चक्र व्यक्तिगत शक्ति, आत्मविश्वास, और आत्म-सम्मान से संबंधित है, और यह पाचन तंत्र और चयापचय से भी जुड़ा हुआ है।

इस रुद्राक्ष को धारण करने से मणिपुर चक्र उत्तेजित होता है, जिससे शरीर में संतुलन और सामंजस्य बढ़ता है। इसके प्रभाव से आत्मविश्वास में वृद्धि होती है, निर्णय लेने की क्षमता में सुधार होता है, और आत्म-मूल्य की एक मजबूत भावना विकसित होती है।

आठ मुखी रुद्राक्ष नकारात्मक भावनाओं जैसे भय, क्रोध और चिंता को दूर करने में मदद करता है, जो मणिपुर चक्र को अवरुद्ध कर सकती हैं और शरीर में असंतुलन उत्पन्न कर सकती हैं। इससे धारक को मानसिक शांति और समग्र स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है।

इस प्रकार, आठ मुखी रुद्राक्ष एक महत्वपूर्ण साधन है जो साधक को आंतरिक शक्ति और संतुलन प्रदान करते हुए जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने में सहायक होता है।

आठ मुखी रुद्राक्ष : राशि विशेष (8 Mukhi Rudraksha to be worn by which Rudraksha)

हर राशि के जातक के लिए उत्तम माना जाता है।

आठ मुखी रुद्राक्ष का रुद्राक्ष मन्त्र: (8 Mukhi Rudraksha Mantra)

८ (8 ) मुखी रुद्राक्ष को धारण करने का मन्त्र है: “ॐ हूं नमः”

विशेष:

सात मुखी रुद्राक्ष (Saat/ 7 Mukhi Rudraksha) और आठ मुखी रुद्राक्ष (Aath/8 Mukhi Rudraksha) को एक साथ धारण करना अति शुभ माना गया है।

सात मुखी रुद्राक्ष माँ लक्ष्मी का प्रतीक है, जो धन, समृद्धि और भाग्य का प्रतिनिधित्व करती हैं। इसे धारण करने से व्यक्ति को आर्थिक स्थिरता और स्वास्थ्य में सुधार मिलता है।

आठ मुखी रुद्राक्ष मणिपुर चक्र से जुड़ा है और व्यक्तिगत शक्ति, आत्मविश्वास, और संतुलन को बढ़ावा देता है। यह नकारात्मक भावनाओं को दूर करने में मदद करता है।

इन दोनों रुद्राक्षों को एक साथ धारण करने से न केवल धन और समृद्धि की प्राप्ति होती है, बल्कि आत्मविश्वास और मानसिक संतुलन भी बढ़ता है। साथ में इनका प्रभाव धारक को मानसिक, भावनात्मक, और भौतिक स्तर पर संतुलित रखने में मदद करता है।

इसलिए, यदि आप इन रुद्राक्षों को एक साथ धारण करते हैं, तो यह आपके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन और सफलता लाने में सहायक हो सकता है।

Author – Amit Pradhan

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