सात मुखी रुद्राक्ष (7 Mukhi Rudraksha) की सतह पर सात ऊर्ध्वाकार रेखाएं होती हैं और इसका शासक ग्रह शनि (Saturn) है। यह रुद्राक्ष माँ लक्ष्मी का प्रतीक है, जो धन, समृद्धि और भाग्य की देवी मानी जाती हैं। पुराणों के अनुसार, माँ लक्ष्मी की कृपा से व्यक्ति अपने पुराने अनुभवों से बाहर आकर नए जीवन की शुरुआत कर सकता है, और कठिनाइयों से ऊपर उठते हुए एक नई दुनिया का निर्माण करता है।
सात मुखी रुद्राक्ष शुक्र ग्रह से भी संबंधित है, जो भौतिक सुखों, प्यार और धन की वृद्धि में सहायक होता है। इसे धारण करने वाले को कई शक्तियाँ मिलती हैं, जैसे कि:
- विषाक्तता से सुरक्षा: धारक किसी प्रकार की विषाक्तता से प्रभावित नहीं होता।
- पापों से मुक्ति: चोरी, नशीली दवाओं के दुरुपयोग, और व्यभिचार से उत्पन्न पापों को दूर करता है।
- धन की प्राप्ति: यह छिपे हुए खजाने की खोज में सहायता कर सकता है।
- आकर्षण में वृद्धि: विपरीत लिंग की ओर आकर्षण बढ़ाता है।
- दुश्मनों को कमजोर करना: दुश्मनों की शक्ति को नष्ट करता है।
- स्वास्थ्य और धन: धारक को स्वास्थ्य और धन का आशीर्वाद प्रदान करता है।
इस प्रकार, सात मुखी रुद्राक्ष माँ लक्ष्मी की कृपा का पात्र बनाते हुए जीवन में समृद्धि और सुख की प्राप्ति में सहायक होता है।
सात मुखी रुद्राक्ष के महत्व (7 Mukhi Rudraksha Importance):
- शुक्र, शनि और राहु ग्रह के बुरे प्रभाव को कम करता है।
- पहनने वाले की भौतिक सुखों में अचानक गिरावट को दूर करता है।
- सात मुखी रुद्राक्ष धारक को समृद्धि, खुशी और संतोष देता है।
- यह शुक्र, शनि और राहु के नकारात्मक प्रभाव और विपत्तियों को शांत करता है।
सात मुखी रुद्राक्ष के लाभ (7 Mukhi Rudraksha Benefits):
- सात मुखी रुद्राक्ष, व्यापारी वर्ग, प्रशासनिक अधिकारियों इत्यादि को उनके कार्य क्षेत्र में नई उचाईयां प्रदान करता है।
- धारक को सभी दुखो से दूर करता है और उन्हें सकारात्मक बनाता हैु।
- यह रुद्राक्ष धारक के लिए धन, किस्मत और प्यार सम्बन्धी नए अवसर प्रदान करता है।
- इसे पहनने से धारक की बुद्धि का विकास होता है, एकाग्रता और तर्क शक्ति बढ़ती है। यह रुद्राक्ष धारक को मन की शांति, धन-दौलत और रिश्ते में सामंजस्य देता है।
सात मुखी रुद्राक्ष के चिकित्सकीय लाभ (7 Mukhi Rudraksha Medical Benefits):
- यह पाचन तंत्र के कामकाज को नियमित करता है, अपच का इलाज करता है, गैस की समस्या को दूर करता है।
- सात मुखी रुद्राक्ष कमर दर्द में राम बाण की तरह कार्य करता है और जोड़ो के दर्द जैसे रोगों से मुक्ति दिलाता है।
- मोटापा दूर करता है।
- सात मुखी रुद्राक्ष पेट, जिगर, अग्न्याशय और अधिवृक्क ग्रंथि की बीमारी को कम करता है।
- सात मुखी रुद्राक्ष नपुंसकता, पैर रोग, श्वसन विकार और पुरानी बीमारियां दूर करने में सहायक है।
सात मुखी रुद्राक्ष के चक्र से सम्बन्ध: (7 Mukhi Rudraksha Chakra Associated)
सात मुखी रुद्राक्ष सहस्रार चक्र (Crown Chakra) से जुड़ा हुआ है, जो मानव शरीर में सबसे ऊंचा चक्र है। यह चक्र सिर के शीर्ष पर स्थित होता है और उच्च चेतना, आध्यात्मिक जागृति, और परमात्मा के साथ संबंध से संबंधित है।
सहस्रार चक्र आत्मज्ञान की सर्वोच्च अवस्था का प्रतिनिधित्व करता है, जहां व्यक्ति सार्वभौमिक चेतना में विलीन हो जाता है। जब सात मुखी रुद्राक्ष धारण किया जाता है, तो यह सहस्रार चक्र को उत्तेजित और संतुलित करने में मदद करता है, जिससे व्यक्ति में दिव्य और आध्यात्मिक विकास की ओर एक गहरा संबंध स्थापित होता है।
यह रुद्राक्ष कुंडलिनी ऊर्जा के जागरण में भी सहायक है और चेतना की उच्च अवस्थाओं की प्राप्ति में मदद करता है। इसके नियमित धारण से धारक को आध्यात्मिक अनुभव, मानसिक शांति, और गहरे ध्यान की प्राप्ति होती है। यह रुद्राक्ष आध्यात्मिक साधना में प्रगति के लिए एक महत्वपूर्ण साधन माना जाता है।
सात मुखी रुद्राक्ष के राशि विशेष: (7 Mukhi Rudraksha for Aquarius Zodiac Sign)
सात मुखी रुद्राक्ष मकर (#Makar / #Capricorn) और कुम्भ (#Kumbh / #Aquarius) राशि वाले जातकों के लिए विशेष रूप से उत्तम माना जाता है।
- मकर राशि: यह रुद्राक्ष मकर राशि के जातकों को धन, समृद्धि और स्थिरता प्रदान करता है। यह उनके जीवन में संतुलन लाने और पेशेवर क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने में मदद करता है।
- कुम्भ राशि: कुम्भ राशि के जातकों के लिए, सात मुखी रुद्राक्ष आध्यात्मिक विकास और व्यक्तिगत संबंधों को मजबूत करने में सहायक होता है। यह उन्हें नवीन विचारों और रचनात्मकता को प्रोत्साहित करता है, साथ ही उनकी सामाजिकता और सहयोगिता को बढ़ाता है।
इन दोनों राशियों के जातक यदि सात मुखी रुद्राक्ष को धारण करते हैं, तो उन्हें यह विभिन्न प्रकार के लाभ प्रदान कर सकता है, जैसे कि मानसिक शांति, स्वास्थ्य में सुधार, और समृद्धि का आशीर्वाद।
में सहायक होता है।
सात मुखी रुद्राक्ष का मन्त्र: (7 Mukhi Rudraksha Mantra to chant)
७ मुखी रुद्राक्ष को धारण करने का मन्त्र है:
“ॐ हूँ नमः”
“ॐ महालक्ष्मी नमः”
“ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्॥”
Author – Amit Pradhan
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