नव मुखी (9 Mukhi Rudraksha) रुद्राक्ष माँ दुर्गा के नव रूपों का प्रतीक है और इसे माँ दुर्गा द्वारा शासित माना जाता है। पुराणों में वर्णित है कि यह रुद्राक्ष नव दुर्गा की शक्तियों को अपने अंदर समाहित करता है, जिससे इसे धारण करने वाले को पापों से मुक्ति और भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है।
- केतु ग्रह: नव मुखी रुद्राक्ष का शासन केतु ग्रह पर है, जो व्यक्ति के पिछले कर्मों के फल को काटने के लिए जिम्मेदार होता है। इसे धारण करने से केतु के हानिकारक प्रभाव कम होते हैं।
- सात्विक जीवन: इसे धारण करने वाले को सात्विक जीवन जीने की सलाह दी जाती है, जिसमें मांस, मछली, लहसुन, प्याज, और मदिरा का त्याग करने की अपेक्षा की जाती है।
- श्रीयंत्र की पूजा: नव मुखी रुद्राक्ष पहनने के बाद यदि श्री यंत्र की पूजा की जाती है, तो माँ लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने की संभावना बढ़ जाती है।
- उपयोग: केतु के मंत्रों का जाप करने के लिए ९ मुखी रुद्राक्ष की माला का उपयोग करने का सुझाव दिया जाता है, जिससे हानिकारक केतु को प्रसन्न किया जा सके।
इस प्रकार, नव मुखी रुद्राक्ष एक शक्तिशाली साधन है, जो साधक को आध्यात्मिक और भौतिक दोनों ही स्तरों पर लाभ प्रदान कर सकता है।
९ मुखी रुद्राक्ष के महत्व (9 Mukhi Rudraksha Importance):
- नव मुखी रुद्राक्ष धारण करने वाले को कभी भी भूत, प्रेतों और बुरी आत्माओं कि दिक्कत नहीं होती है।
- नव मुखी रुद्राक्ष में माँ दुर्गा कि शक्तियाँ समाहित है इसलिए यह रुद्राक्ष धारक को हर प्रकार के दुश्मनों पर विजय प्राप्त कराता है।
- नव मुखी रुद्राक्ष धारक को माँ दुर्गा का कृपा पात्र बनता है और उसके पापों और परेशानियों का शमन करता है।
- राहु के बुरे प्रभावों को काम करता है। जिस मनुष्य के सामने लगातार चुनौतियां आती रहती हो या जिसका भाग्य साथ ना देता हो उसे इस रुद्राक्ष को धारण करने से अत्यधिक लाभ कि प्राप्ति होती है।
९ मुखी रुद्राक्ष के लाभ (9 Mukhi Rudraksha- Powerful Benefits):
- नव मुखी रुद्राक्ष धारक को माँ दुर्गा की कृपा का पात्र बनाता है।
- इस रुद्राक्ष को धारण करने वाले को माँ दुर्गा की कृपा से बहादुरी, साहस, धीरज, नाम और प्रसिद्धि प्राप्त होती है।
- यह रुद्राक्ष धारक को सकारात्मक, गतिशील और निडर बनाता है।
- ऐसा माना जाता है की अगर इस रुद्राक्ष को ताम्बे के बर्तन में डुबो कर सर्पदंश से पीड़ित व्यक्ति को वो जल पीला दिया जाए तो जहर का असर समाप्त हो जाता है।
९ मुखी रुद्राक्ष के चिकित्सकीय लाभ (9 Mukhi Rudraksha Medical Benefits):
- यह रुद्राक्ष दिमाग और स्नायु तंत्र की परेशानियों को दूर करता है।
- नसों की परेशानियों को दूर करता है।
- मनोवैज्ञानिक विकार जैसे भय, भ्रम और चिंताएं दूर करता है।
९ मुखी रुद्राक्ष: चक्र से सम्बन्ध (Chakra associated with 9 Mukhi Rudraksha)
नौ मुखी रुद्राक्ष (Nav/9 Mukhi Rudraksha) सहस्रार चक्र (Sahasrar / Crown Chakra) से जुड़ा होता है, जिसे शरीर का सर्वोच्च ऊर्जा केंद्र माना जाता है। यह चक्र सिर के शीर्ष पर स्थित होता है और यह आध्यात्मिक जागरूकता, उच्च चेतना, और परमात्मा के साथ संबंध को दर्शाता है।
सहस्रार चक्र और नौ मुखी रुद्राक्ष:
- आध्यात्मिक जागरूकता: सहस्रार चक्र का संतुलन और संरेखण गहन ध्यान, आध्यात्मिक जागृति, और उन्नत अंतर्ज्ञान को बढ़ावा देता है।
- नौ मुखी रुद्राक्ष का प्रभाव: इसे पहनने से सहस्रार चक्र को संतुलित करने में मदद मिलती है, जिससे धारक की आध्यात्मिक जागरूकता और विकास में वृद्धि होती है।
- दिव्य ऊर्जा: यह रुद्राक्ष व्यक्ति को उच्च चेतना की ओर ले जाता है, जिससे उन्हें अपने आंतरिक ज्ञान और संवेदनाओं का अनुभव करने में मदद मिलती है।
इस प्रकार, नौ मुखी रुद्राक्ष न केवल भौतिक सुखों की प्राप्ति के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह आध्यात्मिक विकास और अंतर्ज्ञान के लिए भी अत्यंत लाभकारी होता है।
९ मुखी रुद्राक्ष के राशि विशेष: (9 Mukhi Rudraksha should be worn by which Zodiac Sign)
देवी की उपासना करने वाले सभी जातकों के लिए नौ मुखी रुद्राक्ष (Nav Mukhi Rudraksh) का धारण करना बहुत फायदेमंद है। यह रुद्राक्ष माँ दुर्गा की शक्तियों का प्रतीक है और इसे धारण करने से भक्त को कई लाभ मिलते हैं:
- पापों से मुक्ति: यह रुद्राक्ष पापों से दूर करता है और भौतिक सुखों की प्राप्ति में सहायक होता है।
- आध्यात्मिक विकास: नौ मुखी रुद्राक्ष सहस्रार चक्र को संतुलित करने में मदद करता है, जिससे आध्यात्मिक जागरूकता और अंतर्ज्ञान में वृद्धि होती है।
- केतु दोष का निवारण: इसे धारण करने से केतु ग्रह के हानिकारक प्रभावों को कम करने में मदद मिलती है।
- सात्विक जीवन: इसके साथ-साथ यह भक्तों को एक सात्विक और धर्मनिष्ठ जीवन जीने के लिए प्रेरित करता है।
इसलिए, देवी उपासना करने वाले सभी जातकों के लिए नौ मुखी रुद्राक्ष का धारण करना एक महत्वपूर्ण और लाभकारी निर्णय होता है।
९ मुखी रुद्राक्ष मन्त्र: (9 Mukhi Rudraksha Mantra to chant)
९ (9 ) मुखी रुद्राक्ष को धारण करने का मन्त्र है:
“ॐ ह्रीं हूँ नमः”
९ मुखी रुद्राक्ष को आप पूर्णिमा, संक्रांति या फिर ग्रहण के दिन बाए हाँथ पर धारण कर सकते है।
Author – Amit Pradhan
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