17 मुखी रुद्राक्ष (Satrah/ 17 Mukhi Rudraksha) देवी कात्यायनी के स्वरूप का प्रतीक है और इसे विशेष रूप से शक्ति और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। इसका धारण करने से व्यक्ति को अपने संबंधों में सुधार, नए साथी की खोज और मौजूदा संबंधों को मजबूत बनाने में सहायता मिलती है।
यह विशेष रूप से महिलाओं के लिए लाभकारी है, क्योंकि यह उन्हें सौभाग्य और समृद्धि का आशीर्वाद देता है। साथ ही, यह व्यक्ति की मौलिक क्षमताओं को बढ़ाकर उसे अधिक आकर्षक और करिश्माई बनाता है। उद्यमियों और नौकरीपेशा लोगों के लिए भी यह रुद्राक्ष अत्यधिक सहायक होता है, क्योंकि यह उन्हें सफलता की ओर अग्रसर करता है।
१७ मुखी रुद्राक्ष के महत्त्व (17 Mukhi Rudraksha Importance):
- १७ मुखी रुद्राक्ष वास्तव में व्यापार और घरेलू कार्यों में वृद्धि के लिए बहुत लाभकारी माना जाता है।
- यह व्यक्ति को आदर्श जीवन साथी से जुड़ने में सहायता करता है और इच्छाओं को प्रकट करने की क्षमता प्रदान करता है।
- यह प्रभावी निर्णय लेने में मदद करता है, जिससे व्यक्ति अपने जीवन में सही दिशा में आगे बढ़ सके।
- यह पिछले कर्मों के दुष्प्रभावों को समाप्त करने में भी सहायक होता है, जिससे व्यक्ति को मानसिक शांति और संतुलन प्राप्त होता है।
१७ मुखी रुद्राक्ष के लाभ (17 Mukhi Rudraksha Benefits):
- यह शनि ग्रह के अशुभ प्रभाव को दूर करने में मदद करता है।
- यह व्यक्ति को निडरता प्रदान करता है।
- यह पहनने वाले के जीवन से रुकावटें और बाधाओं को दूर करता है।
- यह आदर्श जीवन साथी से जुड़ने में मदद करता है।
- यह रुद्राक्ष नकारात्मक ऊर्जा और भूतकाल के दोषों को समाप्त करने की क्षमता रखता है, जिससे व्यक्ति को मानसिक और आध्यात्मिक शांति प्राप्त होती है।
१७ मुखी रुद्राक्ष के चिकित्सकीय लाभ (17 Mukhi Rudraksha Medical Benefits):
- १७ मुखी रुद्राक्ष धारण करने से साइनस एवं सिरदर्द में आराम मिलता है और इन रोगों को ठीक करने में मदद मिलती है।
- यह तनाव को नियंत्रित करने में मदद करता है।
- यह रुद्राक्ष तंत्रिकाओं और हड्डियों को मजबूत करने में मदद प्रदान करता है।
- यह रुद्राक्ष ईएनटी से जुड़ी समस्याओं को ठीक करने में काफी मददगार माना जाता है।
१७ मुखी रुद्राक्ष: चक्र से सम्बन्ध (Chakra associated with 17 Mukhi Rudraksha)
17 मुखी रुद्राक्ष हमारे आज्ञा चक्र या थर्ड आई चक्र (Third Eye Chakra) को सक्रिय करता है। जब यह चक्र सक्रिय होता है, तो यह हमें अपने गुरुओं से जुड़ने में सहायता करता है और परा-अपरा वस्तुओं के साथ-साथ भूत, भविष्य और वर्तमान को देखने की क्षमता प्रदान करता है। इस रुद्राक्ष के धारण से व्यक्ति की अंतर्दृष्टि और मानसिक स्पष्टता में वृद्धि होती है, जिससे वे जीवन के विभिन्न आयामों को बेहतर ढंग से समझ सकते हैं।
१७ मुखी रुद्राक्ष मन्त्र: 17 Mukhi Rudraksha Mantra To Chant
सत्रह मुखी रुद्राक्ष को धारण करने का मंत्र है: ‘ॐ ह्रीं हूं हूं नमः’। इस मंत्र का जाप रुद्राक्ष पहनने से पहले और बाद में करने से उत्तम फल की प्राप्ति होती है।
१७ मुखी रुद्राक्ष: विशेष (17 Mukhi Rudraksha Powerful Uses)
17 मुखी रुद्राक्ष साढ़ेसाती के प्रभावों को कम करने के लिए बहुत लाभकारी माना जाता है। यह रुद्राक्ष व्यक्ति में साहस और आत्मविश्वास पैदा करता है, जिससे वह चुनौतियों और बाधाओं का बहादुरी से सामना कर सकता है।
इसका संबंध भगवान विश्वकर्मा से भी है, जो सभी निर्माण और शिल्पकारों के देवता माने जाते हैं। इसलिए, यह रुद्राक्ष रचनात्मकता, कौशल और कार्य में सफलता की दिशा में मार्गदर्शन करता है।
अगर कोई व्यक्ति साढ़ेसाती के दुष्प्रभावों का सामना कर रहा है, तो 17 मुखी रुद्राक्ष का धारण करना उसे मानसिक और भावनात्मक शक्ति प्रदान कर सकता है, जिससे वह कठिनाइयों को पार कर सके। नियमित साधना और ध्यान के साथ इसे पहनने से अधिक लाभ मिल सकता है।
Author – Amit Pradhan
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